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अपना पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें? जानिए 10 अनोखे तरीके

क्या आप सीखना चाहते हैं कि Personality development कैसे किया जाता है? यदि आप अपने आप को बेहतर बनाने और अपने लक्ष्यों तक पहुँचने के लिए युक्तियों और तरकीबों की तलाश कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए बिल्कुल सही है। 

इसके बारे में पढ़ने या इस विषय पर एक पाठ्यक्रम में भाग लेने के बावजूद, हममें से कई अभी भी यह समझने में संघर्ष करते हैं कि व्यक्तित्व विकास को प्रभावी ढंग से कैसे किया जाए। 

इस लेख में, आपको अद्यतन रणनीतियाँ और विधियाँ मिलेंगी जो आपको व्यक्तित्व विकास की कला में महारत हासिल करने में मदद करेंगी।

अपनी पर्सनैलिटी कैसे डिवेलप करें
अपनी पर्सनैलिटी कैसे डिवेलप करें?

व्यक्तित्व विकास (पर्सनैलिटी डेवलपमेंट) स्वयं को समझने और अपने सर्वोत्तम गुणों को विकसित करने के बारे में है। यह पता लगाने के बारे में है कि आप कौन हैं, और उस ज्ञान का उपयोग जीवन के सभी क्षेत्रों में अधिक आत्मविश्वासी और सफल होने के लिए करें। 

यदि आप अपने स्वयं के व्यक्तित्व विकास की यात्रा में मदद के लिए कुछ युक्तियों की तलाश कर रहे हैं, तो 10 सरल चरणों के लिए पढ़ें जो आपके व्यक्तित्व की क्षमता को अनलॉक करने में आपकी सहायता कर सकते हैं!

पहला कदम आत्म-जागरूकता के बारे में है। यह जानना कि आप कौन हैं, क्या चीज आपको गुदगुदाती है, और क्यों आपको पहचान और उद्देश्य की एक मजबूत भावना देगी। 

अपने आप को प्रतिबिंबित करने के लिए समय निकालें – इस बारे में सोचें कि आपको क्या प्रेरित करता है, क्या प्रेरित या प्रेरित करता है, और अन्य लोग आपके व्यवहार को कैसे देखते या प्रभावित करते हैं। 

एक बार जब आपको इस बात का अंदाजा हो जाता है कि आप एक व्यक्ति के रूप में कौन हैं, तो आगे के विकास के लिए आवश्यक कौशल का निर्माण करना आसान हो जाएगा।

Personality Development Tips in Hindi

निचे दिए गए सुझाव को अपनाकर आप ना केवल अपना व्यक्तित्व को निखर सकते है बल्कि अपने आने वाले जिंदगी को आसन बना सकते हैं :

सबसे पहले अपने आप को जानो

व्यक्तित्व विकास वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हम अपनी ताकत और कमजोरियों की पहचान कर सकते हैं और नकारात्मक पहलुओं को कम करते हुए अपने व्यक्तित्व के सकारात्मक पहलुओं को बढ़ाने के तरीके खोज सकते हैं। 

अपने व्यक्तित्व को ठीक से विकसित करने के लिए स्वयं को अच्छी तरह से जानना आवश्यक है; यह एक ऐसी यात्रा है जिसमें आत्म-चिंतन और आत्म-जागरूकता दोनों की आवश्यकता होती है। 

आरंभ करने के लिए, हमें सबसे पहले यह पहचानना होगा कि वह क्या है जो हमें व्यक्तियों के रूप में विशिष्ट बनाता है। क्या हम जावक या अंतर्मुखी, विश्लेषणात्मक या रचनात्मक हैं? इन बातों को जानने से हमें यह पहचानने में मदद मिलती है कि विशिष्ट लक्षणों को विकसित करने पर कैसे ध्यान केंद्रित किया जाए।

व्यक्तित्व विकास की प्रक्रिया में अगला कदम अपने भीतर सुधार के क्षेत्रों को पहचानना और विकास के अवसरों की तलाश करना है। इसमें एक नया कौशल सीखना, हमें चुनौती देने वाली गतिविधियों में शामिल होना, या यहां तक कि हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करने के लिए एक कोच के साथ काम करना शामिल हो सकता है।

हमारे अंदर की खामिया (weakness) को दूर करना चाहिए। हम अक्सर दुसरो की गलतियों को ज्यादा देखते है और खुद की गलतियों को नज़रन्दाज कर देते है। हमे सबसे पहले खुद की गलतियों को सुधारना चाहिए, अपने अन्दर की खामियों को पूरा करना चाहिए। अगर अपनी अन्दर की कमियों को दूर करेंगे तो आपके व्यक्तित्व में निखर आएगा और आपमें आत्मविश्वास जागेगा।

अच्छा श्रोता बने, सुनो सबकी और बताएं भी

बहुत से इंसानों में यह आदत होती है कि वे दुसरो की कम सुनते है और खुद बोलते है। हमे सदा दुसरो के बातों को अच्छे से पूरी तरह सुनना चाहिए फिर आपनी राय देनी चाहिए। So bottom line tips is to ‘become a good listener’ – यह आपको कुछ ना कुछ सिखने को ही देगा।

सामने वाले को लगना भी चाहिए कि उनकी बात को आप बहुत गंभीरता पूर्वक सुन रहे हैं. जो उनमें से आपको अच्छा शब्द लगे उसे आप दोहराये, ताकि सामने वाले को भी एहसास हो कि यह बंदा मेरी पूरी बात सुन रहा है. 

आपने चाल ढाल को बदले में देरी ना करें

हमारा चाल ढाल personality development का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। आप किस तरह चलते है, खड़े रहते है किस तरह बैठते है, यह सब आप के चाल ढाल आप के व्यक्तित्व को प्रकट करता है। 

हमें चलते हुए upright position में आपने shoulders straight रखना चाहिए, न की झुक कर चलना या बैठना चाहिए। दुसरो से बाते करते वक्त relaxed posture में बैठ कर eye contact बना कर बात करना चाहिए। So here is the deal – work on your Body Language.

यही नहीं आप किसी एक्टर के चाल डाल एवं तौर तरीके को कॉपी भी कर सकते हैं. कॉपी करते समय ध्यान रखें कि लोगों को पता ना चल जाए कि आप उसकी नकल कर रहे हैं. 

अपने आप में भरोसा करें, तभी दूसरा आदमी आप पर भरोसा करेगा

Confident रहना personality development के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। हमें खुद पे भरोसा रखना चाहिए। जो भी करते हैं या बोलते है हमे उसमे पूरा confident रहना चाहिए। यह आपमें एक अमित छाप छोड़ेगा।

एक बात का अवश्य ध्यान रखें, आप में कितना कंफ्यूजन है वह सामने वाले को दिखना चाहिए. जब आपको कोई देखे तो आप में कोई न कोई संभावना दिखनी चाहिए. 

आप कल्पना कीजिए कि जब किसी को आप देखते हैं और आपको लगता है कि यह इंसान बहुत काबिल होगा और यह मेरा काम कर सकता है. 

जिस व्यक्ति को आप कल्पना में देखते हैं उसकी आपको नकल कर सकते हैं. याद रखिए आप जैसा देखना चाहते हैं वैसा ही दिखेंगे लेकिन इसके लिए दृढ संकल्प होना चाहिए. 

Observe और Improve, यह पर्सनल डेवलपमेंट का सबसे बड़ा मंत्र है

यदि आप अपना खुद का विकास करना चाहते है तो दूसरों  के अच्छे चिजो को observe करें. खुद के life में उन कमीयों को improve कर के और बेहतर बनाना चाहिए। कोशिश करें कि हमेशा अच्छी आदतों को दुसरो से सीखें।

आप में सीखने की प्रवृत्ति होनी चाहिए, यही है सामने वाले को यह दिखना भी चाहिए. आपके बॉस या पिता को अगर आपने यह दिखने लगा कि यह लड़का या लड़की कुछ नया सीखने का माद्दा रखता है. यकीन मानिए आपको बॉस एवं पिता का प्यार जरूर मिलेगा. 

अगर मेरे से कोई पूछे दुनिया का सबसे बड़ा हथियार क्या है तो मैं कहूंगा वह है लर्निंग. अगर आपने सीखने की आदत आ गई तो समझ ले कि आप पूरी तरह कामयाब हो चुके हैं. 

विनम्रता महानता की पहली सीढ़ी है

हमें अपने behavior में courteous होना चाहिए। हमें अपने से बड़े या अपने से छोटो से विनम्रता से बात करना चाहिए। 

यह हमारे वक्तित्वा तो दर्शाता है। हम अपने बोल चाल में जितना courteous show करंगे लोग हमे उतना ही पसंद करंगे और समाज में आपका उतना ही आदर और नाम होगा।

याद रखिए सम्मान देने वाला व्यक्ति ही सम्मान पाने का हकदार होता है. आप लोगों को जितना ज्यादा सम्मान देंगे आपको उतना ज्यादा ही लोग सम्मान देंगे. 

पहनावे पर ध्यान दें 

यह बात तो आपने सुना ही होगा की – “First Impression is the Last Impression”. 

तब तो आप बात समझ ही गए होंगे। यह बेहद जरुरी है,  हमारे dressing sense personality development में सबसे important role play करता है। 

हमें अपने dressing sense हो कभी नज़रन्दाज नहीं करना चाहिए। Dressing sense का मतलब यह नहीं है के आप brand कपड़ो का उपयोग करें। 

इसका मतलब है की आपके कपड़े साफ हो, अच्छे से press किया हुआ है। आप के dressing sense आप के personality में चार चाँद लगा देगा और आप अपने सामने वाले (boys or girls) पर अच्छा impression छोड़ सकते हैं।

आप मोदी जी किए ड्रेसिंग सेंस से प्रेरणा ले सकते हैं. आपने देखा होगा कि उनके कपड़े सबसे अलग और अच्छे होते हैं. वैसा ड्रेस कोई भी पहन ले तो सामने वाले को लगता है कि यह मोदी जी का ड्रेस है. 

कुछ ऐसा होना चाहिए ना कि आप किसी हीरो या हीरोइन के ड्रेस की कॉपी करें. किसी की भी ड्रेसिंग सेंस का कॉपी नहीं करना चाहिए इससे आपका यूनिक व्यक्तित्व का विस्तार नहीं होगा. 

नए लोगों से मिलने से पहले खुद को तैयार करें

हमे नये लोगो से मिलते रहना चाहिए, इससे हमे हमेशा नये नये जानकारिया मिलती है, हमे opportunity मिलती है. हमें दुसरो के culture तथा lifestyle के जान सकें तथा आपने जीवन में उसे लागु कर सके। 

वाजिब है की जब भी आप नये लोगो से मिलेंगे तो आपका धीरे धीरे confidence level बढेगा और आपको उनसे कुछ न कुछ अच्छी चीजे सिखने को मिलेंगी और साथ ही साथ आपका networking का दायरा भी बढे़गा।

किसी भी नए लोगों से मिलने से पहले अगर आप अपने आप को तैयार करने में 10 से 15 मिनट का भी समय दे देते हैं तो आपका व्यक्तित्व में निखार आ सकता है. 

तैयारी में सबसे पहले सामने वाले को जानने की कोशिश करें उनका स्वभाव कैसा है और वह किस काम से जुड़े हुए हैं. अपने आप को उसके अनुरूप तैयार कीजिए. 

व्यक्तित्व का सबसे बड़ा जादू Smiling Face होता है 

मैं आपको एक अच्छा सा उदाहरण देता हूँ – जब भी आप अपने पुराने दोस्त से मिलते है तो पहला reaction क्या होता है ? जी हाँ – सही पकड़े – मुस्कान. 

तो आप भी अपने चेहरे पर हमेशा हलकी मुस्कान रखिये । हमे आपने चेहरे को charming रखना चाहिए। यदि हम किसी से बात करते है तो हमे आपने चेहरे पर हलकी मुस्कुराहट रख कर बात करनी चाहिए। 

ऐसा करने से आप के सामने वाले पर आप का impression बनेगा और आप को लोग जयादा पसंद करेंगे। और कौन जाने आपके इसे smile पर आपमें कोई फ़िदा हो जाये ?

यही नहीं मौके एवं नजाकत के हिसाब से इस्माइल और बेहतर होता है. आपको अपने मन में तय कर लेना है कि इस बात पर इतना स्माइल, इस बात के लिए इतना स्माइल होना चाहिए. 

बातचीत में नाम को सम्मान दें

यह एक तरह से जादू जैसे काम करता है। आप किसी से बात कर रहे है तो बिच बिच में उस व्यति का नाम ज़रूर से लें। यदि आप बिच बिच में नाम ले कर बात करते है तो सामने वाला अपने आप में importance feel करता है और आप का impression अच्छा बनता है।

एक कामयाब व्यक्ति वह है शाहरुख खान या मोदी जी जब किसी के भी नाम लेते हैं तो वह पूरी सम्मान के साथ लेता है चाहे उनका वह विपक्षी क्यों ना हो. यहां तक की आलोचना भी करना होता है तो उनके नाम को सम्मान से रहते हैं. 

जब आप किसी शादी या पार्टी में किसी से मिलते हैं अगर उस व्यक्ति को सम्मानित नाम से पुकारते हैं तो वह आदमी आपके तब मुस्कुरा कर के देखेगा. 

पूछेंगे सम्मानित नाम क्या है? उदाहरण के तौर पर, मानने की कोई मुखिया का चुनाव लड़ता है और वह हार जाता है. किंतु आप उस व्यक्ति को कहते हैं कि मेरे आदर्श मुखिया जी, आप कैसे है. यकीन मानिए कि सामने वाला व्यक्ति का मन आपके प्रति उत्सुकता से भर जाएगा. 

हमेशा पॉजिटिव बने और पॉजिटिव दिखे

Last but not the least – हमे आपने सोच में positive sense लाना चाहिए।

धयान रहे – जैसा भगवत गीता में कहा गया है – तुम यहाँ क्या ले कर आये थे जो खोने का डर है, जो होगा अच्छा ही होगा और जो हो रहा है वो भी अच्छा ही हो रहा है।

इसलिए हम कोई भी काम करते है तो हमे उसे हमेशा positive way से करना चाहिए। हमे आपने सोच में कभी भी negative thinking नहीं लाना चाहिए। यदि हमे कोई work दिया जाता है तो हमे उसे कभी भी negative रूप में नहीं लेना चाहिए, बल्कि उसे positive रूप से except करना चाहिए।

Conclusion Points 

अंत में, अपने व्यक्तित्व का विकास करना जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसे विकसित करने और बनाए रखने के लिए समर्पण, कड़ी मेहनत और धैर्य की आवश्यकता होती है। 

आपको अपनी ताकत और कमजोरियों के साथ-साथ अपने आसपास के लोगों की जरूरतों के बारे में पता होना चाहिए। 

स्वयं की बेहतर समझ के साथ, आप दूसरों के साथ अधिक सफलतापूर्वक संबंध बना सकते हैं और अपना आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं। 

अपने लिए कुछ समय निकालें कि आप कौन हैं और इस पर विचार करें कि आप जीवन के सभी पहलुओं में खुद को कैसे प्रस्तुत करना चाहते हैं।

अपना पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें से संबंधित अगर आपके पास कोई प्रश्न हो तो आप जरूर पूछें. एक बात याद रखिए पर्सनालिटी डेवलपमेंट आप खुद से ही कर सकते हैं, हां आपको हम सिर्फ सहयोग दे सकते हैं. धन्यवाद.

1. पर्सनालिटी डेवलपमेंट क्या है?

पर्सनालिटी डेवलपमेंट (व्यक्तित्व विकास) से तात्पर्य विभिन्न गुणों, व्यवहारों और विशेषताओं को बढ़ाने और पोषित करने की प्रक्रिया से है जो किसी व्यक्ति के अद्वितीय व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं।

2.  पर्सनालिटी डेवलपमेंट क्यों महत्वपूर्ण है?

व्यक्तित्व विकास महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यक्तियों को उनके आत्मविश्वास, संचार कौशल, रिश्ते, करियर की संभावनाओं और समग्र कल्याण में सुधार करने में मदद करता है।

3. मैं पर्सनालिटी डेवलपमेंट की अपनी यात्रा कैसे शुरू कर सकता हूँ?

अपनी व्यक्तित्व विकास यात्रा शुरू करने के लिए, आपको आत्म-चिंतन, लक्ष्य निर्धारित करने, आत्म-जागरूकता में सुधार करने, दूसरों से प्रतिक्रिया लेने और व्यक्तिगत विकास पर सक्रिय रूप से काम करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

4. क्या पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए कोई विशिष्ट तकनीक या अभ्यास हैं?

हाँ! प्रभावी संचार का अभ्यास करना, भावनात्मक बुद्धिमत्ता विकसित करना, शारीरिक भाषा में सुधार करना, सीमाएँ निर्धारित करना और लचीलापन बनाना जैसी तकनीकें व्यक्तित्व विकास के लिए सहायक हैं।

5. क्या मैं अंतर्मुखी या शर्मीला होने पर भी अपना व्यक्तित्व विकसित कर सकता हूँ?

बिल्कुल! व्यक्तित्व विकास अंतर्मुखता या शर्मीलेपन तक सीमित नहीं है। इन गुणों को अपनाकर और अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप आत्मविश्वास-निर्माण रणनीतियों पर काम करके, आप अभी भी व्यक्तिगत विकास में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।

6. मेरे व्यक्तित्व में उल्लेखनीय परिवर्तन देखने में कितना समय लगता है?

आपके व्यक्तित्व में ध्यान देने योग्य परिवर्तनों की समय सीमा व्यक्तिगत प्रयासों और समर्पण के आधार पर भिन्न हो सकती है। हालाँकि, लगातार अभ्यास और दृढ़ संकल्प के साथ, कुछ महीनों से एक साल के भीतर सकारात्मक बदलाव देखे जा सकते हैं।

7. क्या पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए पेशेवर मदद आवश्यक है?

जबकि परामर्श या कोचिंग जैसी पेशेवर मदद व्यक्तित्व विकास की प्रक्रिया को तेज कर सकती है, यह हमेशा आवश्यक नहीं है। कई व्यक्ति स्व-सहायता संसाधनों और व्यक्तिगत प्रतिबद्धता के माध्यम से सफलतापूर्वक अपने व्यक्तित्व को निखारते हैं।

8. क्या उम्र किसी के व्यक्तित्व के विकास में बाधा बन सकती है?

नहीं! जब व्यक्तित्व विकास की बात आती है तो उम्र कभी बाधा नहीं बनती। सभी उम्र के लोगों में नई आदतें अपनाकर और जीवन भर निरंतर विकास के लिए खुले रहकर खुद को और अपने व्यक्तित्व को बेहतर बनाने की क्षमता होती है।

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